
मुंबई के मीरा रोड की प्रमुख सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था “चित्रांश महापरिवार” द्वारा भारतीय संस्कृति के महापर्व दीपावली के अवसर पर श्री चित्रगुप्त पूजनोत्सव के रजत जयंती समारोह का भव्य आयोजन गुरुवार , 23 अक्टूबर, 2025 को मुंबई के मीरा रोड (पूर्व) स्थित सुरभि जिमखाना परिसर में बड़ी ही श्रद्धा, गरिमा एवं हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ।

यह जानकारी देते हुए चित्रांश महापरिवार के वरिष्ठ प्रतिनिधि राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि इस भव्य समारोह में चित्रांश समाज के लगभग 300 सदस्य उपस्थित रहे, जिन्होंने भगवान चित्रगुप्त की आराधना कर समाज की एकता, संस्कृति और परम्परा के प्रति अपनी गहरी आस्था प्रकट की। पूजनोत्सव के रजत जयंती समारोह का शुभारम्भ वैदिक मंत्रोच्चार और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। भव्य रूप से सजाये गये मंच पर समाज के बच्चों और युवाओं ने सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी, जिसमें भक्ति और सांस्कृतिक विविधता का अद्भुत संगम देखने को मिला। सदस्यों द्वारा एकल और समूह गीत की प्रस्तुतियों ने उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया। समारोह के दौरान चित्रांश समाज की उभरती प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। दसवीं और बारहवीं कक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। श्री सिन्हा ने बताया कि इस पहल ने चित्रांश समाज में शिक्षा के बढ़ते हुए महत्व को रेखांकित किया और नई पीढ़ी को उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह और कोर समिति के सदस्यों को अंगवस्त्र प्रदान कर उनके योगदान का सम्मान किया गया। समारोह का विशेष आकर्षण संस्था के मुख्य संरक्षक अशोक सिन्हा की गरिमामयी उपस्थिति रहा।उन्होंने चित्रांश महापरिवार की छठ पूजा करने वाली सभी महिलाओं को श्रद्धास्वरूप एक साड़ी एवं पूजन सामग्री भेंट कर उनके भावनात्मक समर्पण को सम्मानित किया। उनके इस योगदान ने समाज में सेवा और एकता की भावना को और सशक्त बनाया। पूरे आयोजन को सफल बनाने में संस्था के अध्यक्ष बी. आर. सिन्हा, सचिव अजीत वर्मा और कोर समिति के सभी सदस्यों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही। उनके संयुक्त प्रयासों, सामंजस्य और समर्पण ने समारोह को सुव्यवस्थित और यादगार बना दिया। एक एक विशेष आकर्षण था समारोह की स्मारिका का प्रकाशन। इस सुंदर और संग्रहणीय स्मारिका का सम्पादन वरिष्ठ साहित्यकार राजेश कुमार सिन्हा ने किया तथा इसमें अजीत वर्मा का प्रमुख सहयोग रहा। स्मारिका में संस्था की गतिविधियों, समाज के प्रबुद्ध विचारों और सांस्कृतिक मूल्यों का संकलन किया गया है, जो भविष्य में समाज के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा। पूरे समारोह में श्रद्धा, समर्पण, और समाज के प्रति एकता की भावना स्पष्ट रूप से झलकती रही। सभी उपस्थित सदस्यों ने ईश्वर से यह प्रार्थना की कि चित्रांश समाज सदैव संगठित, सशक्त और प्रगतिशील बना रहे तथा भगवान चित्रगुप्त जी का आशीर्वाद सभी पर सदा बना रहे।




