
महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई द्वारा वर्ष 2024-25 के विभिन्न प्रतिष्ठित पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। हिंदी के प्रचार-प्रसार एवं विकास हेतु सतत प्रयासरत महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा प्रतिवर्ष हिंदी सेवियों को पुरस्कृत किया जाता है। अकादमी द्वारा दिये जाने वाले ये पुरस्कार अखिल भारतीय, राज्य स्तरीय तथा विधागत होते हैं।
महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष अखिल भारतीय सम्मान जीवन गौरव पुरस्कारों में ‘महाराष्ट्र भारती अखिल भारतीय हिंदी सेवा पुरस्कार’ के लिए सुप्रसिद्ध साहित्यकार रामकृष्ण सहस्त्रबुद्धे तथा ‘डॉ. राम मनोहर त्रिपाठी अखिल भारतीय हिंदी सेवा पुरस्कार’ के लिए सुप्रसिद्ध साहित्यकार प्रो. (डाॅ.) श्रीराम परिहार के नामों की घोषणा की गई है। पुरस्कारों के इसी क्रम में राज्य स्तरीय सम्मान जीवन गौरव पुरस्कार के अंतर्गत ‘छत्रपति शिवाजी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार’ राजेश कुमार मिश्र उर्फ राजेश विक्रांत को, ‘साने गुरुजी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार’ ऋषिकुमार मिश्र को, ‘पद्मश्री अनंत गोपाल शेवडे हिंदी सेवा पुरस्कार’ डॉ. संजय सिंह को, ‘डॉ. उषा मेहता हिंदी सेवा पुरस्कार’ डॉ. सुष्मिता भट्टाचार्य को, ‘गजानन माधव मुक्तिबोध मराठी भाषी हिंदी लेखक पुरस्कार’ प्रो (डॉ.) विजयकुमार रोडे को, ‘कांतिलाल जोशी इतर हिंदी भाषी हिंदी लेखक पुरस्कार’ गीता माणेक को, ‘व्ही. शांताराम ललित कला हिंदी विशिष्ट सेवा पुरस्कार’ अखिलेंद्र मिश्र को तथा ‘सुब्रमण्य भारती हिंदी सेतु विशिष्ट सेवा पुरस्कार’ शीला डोंगरे को प्रदान किया जायेगा।
14 विधाओं में 36 रचनाकारों को पुरस्कार
अकादमी के 14 विधा पुरस्कारों के अंतर्गत 36 साहित्यकारों को पुरस्कार प्रदान किय जायेंगे। इनके अंतर्गत काव्य के लिए दिया जाने वाला ‘संत नामदेव पुरस्कार’ अमर कृपाशंकर त्रिपाठी, सत्यदेव विजय सिंह (सत्यदेव विजय) एवं ठाकुर भरत सिंह को, उपन्यासकारों को दिया जाने वाला ‘जैनेंद्र कुमार पुरस्कार’ वीरेंद्र ओझा, श्रीमती रेखा बैजल एवं कोत्तापल्ली लता (लता तेजेश्वर ‘रेणुका’) को, कहानी के लिए दिया जाने वाला ‘मुंशी प्रेमचंद’ पुरस्कार श्यामलता गुप्ता, हरि मृदुल, पारमिता षड़ंगी (अर्चना मिश्रा) एवं डॉ. वर्षा पुनवटकर को, निबंध के लिए दिया जाने वाला ‘आचार्य रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार’ श्रीमती अलका रागिनी, डॉ. आभा सिंह एवं डॉ. फय्याज अहमद फैजी को, समीक्षा के लिए दिया जाने वाला ‘आचार्य नंददुलारे वाजपेयी पुरस्कार’ डॉ. अवधेश कुमार राय, डॉ. सुधीर वाघ एवं प्रो. (डॉ.) बालाजी श्रीपती भुरे को, अनुवाद के लिए दिया जाने वाला ‘मामा वरेरकर पुरस्कार’ सेवक नैयर, डॉ. शेषनारायण उर्फ शशि मुरलीधर निघोजकर एवं डॉ. प्रेरणा उबाळे को दिया जायेगा। इसी प्रकार वैज्ञानिक तकनीकी लेखन के लिए दिया जाने वाला ‘होमी जहांगीर भाभा पुरस्कार’ डॉ. अमरीश सिन्हा को, हिंदी भाषा सम्बंधी लेखन के लिए दिया जाने वाला ‘महावीर प्रसाद द्विवेदी पुरस्कार’ डॉ. मनोज पांडेय और डॉ. मीना राजपूत को, नाटक के लिए दिया जाने वाला ‘विष्णुदास भावे पुरस्कार’ डॉ. पूजा हेमकुमार अलापुरिया को, जीवनी परक लेखन के लिए दिया जाने वाला ‘काका कालेलकर पुरस्कार’ डॉ. राजेंद्र प्रताप सिंह, मांगीलाल जगमालाराम विश्नोई एवं भगवान वैद्य को, पत्रकारिता एवं कला के लिए दिया जाने वाला ‘बाबूराव विष्णु पराडकर’ पुरस्कार डॉ. शैलेंद्र दुबे को, बाल साहित्य के लिए दिया जाने वाला ‘सोहनलाल द्विवेदी पुरस्कार’ रीता अमर कुशवाहा, विपुल सेन (कवि विपुल लखनवी) एवं श्रीमती रोचिका अरुण शर्मा को, लोकसाहित्य के लिए दिया जाने वाला ‘फणीश्वरनाथ रेणु’ पुरस्कार मदन गोपाल गुप्ता (अकिंचन), हेमलता मिश्र ‘मानवी’ एवं शामराव नारायण राव रावले (श्याम रावले ‘सुंदर’) को तथा राष्ट्रभक्ति आधारित लेखन के लिए दिया जाने वाला शशिभूषण वाजपेयी हिंदी लेखक पुरस्कार कृष्ण प्रकाश, रेणु शर्मा एवं प्रतीक राजीव मिश्रा को प्रदान किया जायेगा।
18 मार्च को पुरस्कार समारोह
अकादमी के कार्याध्यक्ष प्रो. शीतला प्रसाद दुबे ने सभी पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को बधाई देते हुए बताया कि मंगलवार, 18 मार्च 2025 को रंगशारदा ऑडिटोरियम, बांद्रा (पश्चिम) में शाम 5.30 बजे से अकादमी के पुरस्कार समारोह को आयोजन किया गया है। इस समारोह में विशिष्ट गणमान्यों की उपस्थिति में पर्यटन एवं सांस्कृतिक कार्य मंत्री आशीष शेलार के हाथों से सभी पुरस्कृत साहित्यकारों को नगद पुरस्कार, स्मृति चिह्न तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा। मुंबई के बाहर से आने वाले पुरस्कृत साहित्यकारों के आने-जाने एवं मुंबई में ठहरने का व्यय महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी की ओर से वहन किया जायेगा।
